प्रेम मानव हृदय में सदैव ही परम आनंद को द्योतक रहा है। प्रेम बिन जग सुना है। लाॅकडाउन काल में उपजी कुछ अनौखी प्रेम कहानियां जो पाठकों को न केवल आनंद की अनुभूति करायेंगी अपितु प्रेम की सर्वव्यापकता का बोध करायेंगी। नोंक-झोंक से आरंभ होते इस प्रेम कथा उपन्यास में नायक और नायिका के परस्पर प्रेमानंदित कर देने वाले संवाद है। जो शरीर में सिरहन उत्पन्न कर देते है। प्रेमी जोड़ों को एक-दुसरे से मिलने की महत्वाकांक्षा और विरह वेदना का मनमोहक प्रस्तुतिकरण किसी की भी आंखें भिगो सकता है। नायक और नायिका का परस्पर आकर्षण प्रेम में परिवर्तित होकर एक इतिहास रचने में सहायक सिध्द होता है। आशा है पाठक मन में आनन्द के क्षणों का सुखद संसार और पात्रों का चरित्र चित्राकंन करते हुये प्रस्तुत उपन्यास उत्तम मनोरंजन प्रदान करेगा। |
Author Name | Jitendra Shivhare |
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Author |
Jitendra Shivhare |
Publisher |
Namya press |
Series |
Paperback |
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